उरई। आइये आपको बताते हैं पूरा वाकया - बात है उरई के रामनगर में रहने वाले सुमित प्रताप सिंह की। सुमित आज समाज के लिए मानवता की नई मिसाल बनकर उभरे हैं। उनके कार्य केवल सेवा भाव नहीं बल्कि संवेदना भरे एहसासों का जीता जागता उदाहरण हैं, उनके यह कार्य दर्शाते हैं कि समाज में इंसानियत आज भी जिंदा है।
पूरा मामला करीब 15 दिन पूर्व का है। मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में एक 19 वर्षीय युवक को अत्यंत गंभीर बीमारी ने घेर लिया। लेकिन आर्थिक रूप से असहाय होने के कारण उस परिवार के लिए इलाज कराना असंभव हो चुका था। युवक को लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहाँ मात्र तीन दिनों में ही लगभग तीन लाख रुपये का खर्च हो गया। अब आगे का इलाज कराना उस परिवार के लिए असंभव सा प्रतीत हो रहा था।
अब ऐसे नाजुक और कठिन समय में बिना किसी जान-पहचान के सुमित प्रताप सिंह ने एक मसीहा बनकर उस परिवार का हाथ थामा। उन्होंने युवक को मेदांता से छुट्टी दिलवाई और लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में पुनः इलाज शुरू कराया। इससे भी बड़ा कार्य उन्होंने तब किया जब एक ही दिन में युवक का आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड बनवाकर उसे पांच लाख रुपये तक के निशुल्क इलाज का मार्ग प्रशस्त किया, जो अपने आप में एक अभूतपूर्व और सराहनीय कार्य है। बात यहीं नहीं थमी, सुमित ने लोगों से अपील कर युवक के खाते में आर्थिक सहायता भी पहुंचाई। आज भी वह प्रतिदिन वीडियो कॉल के माध्यम से युवक का हालचाल लेते हैं, उसे भावनात्मक मनोबल और स्नेह प्रदान करते हैं जिससे वह अपने को मजबूत महसूस करे।
आज के इस कठिन दौर में जब घर-समाज के लोग भी किनारा कर लेते हैं, तब सुमित प्रताप सिंह जैसे लोग सामने आकर यह सिद्ध करते हैं कि सेवाभाव का कोई पद कोई सीमा नहीं होती, होता है तो बस हृदय से सेवा का जज्बा। गौरतलब है कि सुमित प्रताप सिंह के पास कोई सरकारी या राजनीतिक पद नहीं है, फिर भी वह ऐसे कार्य कर दिखाते हैं, जो अक्सर बड़ी-बड़ी कुर्सियों और पदों पर बैठे लोग भी नहीं कर पाते। आपको बता दें कि सुमित बड़े धार्मिक प्रवत्ति के भी हैं, वे माँ दुर्गा के अनन्य उपासक हैं और ऐसा प्रतीत होता है मानो माँ दुर्गा ने उन्हें समाज सेवा के लिए ही चुना हो। उनका जीवन व्यवहार, सेवा भावना और समर्पण आज के युवाओं के लिए एक प्रेरणा है। वर्तमान समय में सुमित द्वारा मानवता की सेवा के असीम कार्यों को सोशल मीडिया पर आजकल लोगों की ओर से सराहा जा रहा है।