जालौन जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय द्वारा पत्रकार वार्ता के दौरान बताया गया कि बीते दिनों कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण यमुना नदी का जलस्तर अप्रत्याशित रूप से बढ़ गया था। जिस कारण कई गांवों में बाढ़ आई थी, लेकिन प्रशासन के पूर्वानुमान से सभी जरूरी तैयारियां पहले ही कर ली गई थीं और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया था एवं वहां उनकी सभी जरूरतें भी पूरी की गई थी। जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि सतर्कता के चलते कोई भी जनहानि या पशुहानि आदि भी नहीं हो पाई। उनके द्वारा यह भी बताया गया कि अब जलस्तर चेतावनी स्तर से नीचे जा चुका है। धीरे धीरे लोग अपने अपने घरों में भी वापस आ चुके हैं, अब प्रशासन युद्ध स्तर पर सफाई आदि के कार्यों में भी लग चुका है, नुकसान हुई फसलों के सर्वेक्षण आदि करने के निर्देश भी दिए गए हैं, सैनेटाईइजेशन आदि के कार्य भी किये जाएगें जिससे बीमारी न होने पाए, इस दौरान जिलाधिकारी ने पत्रकारों को भी धन्यवाद प्रेषित किया।