कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा ग्राम लौना में विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन कृषि विज्ञान केंद्र के गृहवैज्ञानिक डॉ. राजकुमारी द्वारा संचालित किया गया। डॉ. राजकुमारी ने गाँव की महिलाओं को माँ और बच्चे के स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से स्तनपान के महत्व पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्तनपान से शिशु को संपूर्ण पोषण मिलता है, जो उसके शारीरिक और मानसिक विकास के लिए आवश्यक होता है।
माँ का दूध नवजात के लिए पहला और सबसे सुरक्षित आहार है, जिससे संक्रमण की संभावना कम हो जाती है। नियमित स्तनपान कराने से माँ का भी स्वास्थ्य अच्छा रहता है और गर्भाशय जल्दी सामान्य हो जाता है। साथ ही, इससे महिलाओं में स्तन व गर्भाशय के कैंसर की संभावना भी कम होती है। कार्यक्रम में महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपने अनुभव भी साझा किए। कई महिलाओं ने स्तनपान से जुड़ी अपनी भ्रांतियों और समस्याओं के बारे में सवाल पूछे जिनका डॉ. राजकुमारी ने सहजता से समाधान किया।
अंत में डॉ० राजकुमारी ने सभी महिलाओं से आग्रह किया कि वे स्तनपान को बढ़ावा दें और अपने आस-पास की महिलाओं को भी इसके लिए प्रेरित करें। यह कार्यक्रम न केवल स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने में सहायक रहा, बल्कि ग्राम की महिलाओं में आत्मविश्वास भी बढ़ाया।