उरई/जालौन | हर घर तिरंगा कार्यक्रम-2025” को भव्यता एवं व्यापक जनसहभागिता के साथ मनाए जाने की तैयारियाँ प्रारंभ हो चुकी हैं। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने एनआईसी सभागार में बैठक कर संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार “हर घर तिरंगा” अभियान का आयोजन दिनांक 02 अगस्त से 15 अगस्त 2025 तक तीन चरणों में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण 02 से 08 अगस्त तक चलेगा, जिसमें स्कूलों की दीवारों, नगर व ग्राम स्तर पर वार्डों को तिरंगा प्रेरित चित्रकारी एवं कलाकृतियों से सजाया जाएगा। साथ ही संस्कृति मंत्रालय द्वारा प्रदत्त प्रदर्शनी सामग्री (वेबसाइट www.harghartiranga.com से डाउनलोड कर उपलब्ध) को प्रमुख स्थलों, शैक्षणिक संस्थानों एवं सरकारी कार्यालयों में प्रदर्शित किया जाएगा। इस अवधि में स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थलों पर तिरंगा रंगोली प्रतियोगिता, तिरंगा राखी निर्माण कार्यशालाएं एवं सैनिकों और पुलिसकर्मियों के लिए आभार पत्र लिखकर डाक विभाग के माध्यम से राखी भेजने जैसी गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। बाज़ारों व सार्वजनिक स्थलों पर तिरंगे धागे से सजी बुनाई गतिविधियाँ भी कराई जाएंगी।
द्वितीय चरण, जो 09 से 12 अगस्त तक चलेगा, ‘तिरंगा महोत्सव’ के रूप में मनाया जाएगा। इसमें तिरंगा थीम पर आधारित मेला और भव्य सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा, जिसमें प्रसिद्ध और स्थानीय कलाकारों द्वारा देशभक्ति से ओतप्रोत प्रस्तुतियाँ दी जाएंगी। तिरंगा मेला में ग्रामीण विकास विभाग के स्वयं सहायता समूहों एवं सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग से जुड़े स्थानीय उत्पादों, ओडीओपी तथा तिरंगा रंग आधारित वस्तुओं की बिक्री को प्रोत्साहन मिलेगा। इस अवसर पर HGT सेल्फी बूथों की स्थापना कर नागरिकों को www.harghartiranga.com वेबसाइट पर तिरंगे के साथ अपनी सेल्फी अपलोड करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
तृतीय एवं अंतिम चरण 13 से 15 अगस्त के मध्य संपन्न होगा, जिसमें समस्त शासकीय भवनों, शिक्षण संस्थानों, होटलों, कार्यालयों, बांधों, पुलों आदि पर ध्वजारोहण समारोह आयोजित किए जाएंगे तथा रात्रिकालीन तिरंगा प्रकाश व्यवस्था की जाएगी। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि राष्ट्रीय ध्वज के फहराने एवं प्रयोग से जुड़े सभी प्रावधानों का पूर्णतः पालन सुनिश्चित किया जाए तथा झंडे की गुणवत्ता एवं निर्माण मानकों पर विशेष ध्यान दिया जाए। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि तिरंगे की उपलब्धता के लिए स्वयं सहायता समूहों, पीडीएस दुकानों, खादी भंडारों और स्थानीय वस्त्र विक्रेताओं को अभियान से जोड़ा जाए।
उन्होंने समस्त विभागों, नगरीय निकायों, पंचायतों, विद्यालयों और स्वयंसेवी संगठनों से अपील की कि इस महाअभियान में जनभागीदारी को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए, जिससे स्वतंत्रता दिवस-2025 को जनपद जालौन में गौरवशाली रूप से मनाया जा सके।