तहसील कालपी परिसर में आज उत्तर प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री मा. स्वतंत्र देव सिंह एवं गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग विभाग के राज्य मंत्री व जनपद के प्रभारी मंत्री मा. संजय सिंह गंगवार ने बाढ़ प्रभावित ग्राम राइर दिवरा एवं तरीवगुल्ला के पीड़ितों से संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं एवं 79 व्यक्तियों राहत सामग्री वितरित की।
मंत्रिगणों ने मानवीय संवेदनशीलता का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए स्वयं अपने हाथों से पीड़ितों को भोजन परोसा। इस अवसर पर सूखा राशन, चावल, दाल, नमक, बिस्किट, तिरपाल, प्लास्टिक बाल्टी, व पशुओं के लिए चारा आदि आवश्यक राहत सामग्री वितरित की गई।
जल शक्ति मंत्री मा. स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि “प्रदेश सरकार का उद्देश्य केवल राहत पहुंचाना नहीं, बल्कि प्रत्येक प्रभावित व्यक्ति के चेहरे पर पुनः मुस्कान लौटाना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में हम सभी जनप्रतिनिधि और अधिकारी दिन-रात आपके साथ खड़े हैं। यह सरकार किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करती और पात्र सभी लोगों को योजनाओं का लाभ पारदर्शी एवं त्वरित ढंग से उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदेश सरकार संकल्पित है कि आपदा की इस घड़ी में कोई भी व्यक्ति असहाय महसूस न करे।
प्रभारी मंत्री मा. संजय सिंह गंगवार ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के स्पष्ट निर्देश हैं कि राहत कार्यों में कोई कोताही न हो। जनपद में दो मंत्री स्वयं लगातार निरीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बाढ़ राहत शिविर, स्वास्थ्य परीक्षण शिविर, पशु चिकित्सा कैंप तथा चारा वितरण जैसी व्यवस्थाएं प्राथमिकता से संचालित की जा रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री जी स्वयं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा कर रहे हैं और एक-एक बिंदु पर फॉलोअप ले रहे हैं, ताकि किसी भी पीड़ित को किसी प्रकार की परेशानी न हो। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय व पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार की नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम पूरी मुस्तैदी के साथ राहत कार्यों को अंजाम दे रही है, जिसकी सराहना मंत्रीद्वय ने मौके पर की।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम अनुरागी, माधौगढ़ विधायक मूलचंद निरंजन, कालपी विधायक विनोद चतुर्वेदी, ब्लॉक प्रमुख जालौन रामराजा निरंजन, पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह जादौन, जल शक्ति मंत्री जी के प्रतिनिधि अरविंद चौहान, मुख्य विकास अधिकारी केके सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व संजय कुमार आदि शहद संबंधित अधिकारी व जन प्रतिनिधि मौजूद रहे।